तेरी हर नज़र पे, मेरी इक नज़र है
तेरी हर खबर की, मुझे ही खबर है
तमन्ना उजालों की, है रायगाँ अब
तेरा एक साया, अगर मेरे सर है
तू चाहे इधर है, तू चाहे उधर है
मगर मैं वहां, तू जहाँ है जिधर है
न कमतर किसी से, नहीं तेरा सानी
वो सबकी नज़र है, ये मेरी नज़र है
तेरी दोस्ती ने, सिखाया बहुत कुछ
है मतलब की दुनियाँ, बेगाना शहर है
न दुनियाँ की तरहा, चुराना ये नज़रे
तेरा "राही", तेरे बिना दर-बदर है
#मुदित
तेरी हर खबर की, मुझे ही खबर है
तमन्ना उजालों की, है रायगाँ अब
तेरा एक साया, अगर मेरे सर है
तू चाहे इधर है, तू चाहे उधर है
मगर मैं वहां, तू जहाँ है जिधर है
न कमतर किसी से, नहीं तेरा सानी
वो सबकी नज़र है, ये मेरी नज़र है
तेरी दोस्ती ने, सिखाया बहुत कुछ
है मतलब की दुनियाँ, बेगाना शहर है
न दुनियाँ की तरहा, चुराना ये नज़रे
तेरा "राही", तेरे बिना दर-बदर है
#मुदित